ट्रैकमेंटेनर एसोसिएशन ने संरक्षा सेमिनार में उठाये गंभीर सवाल
चक्रधरपुर. रेलवे कर्मचारी ट्रैकमेंटेनर एसोसिएशन (आरकेटीए) ने ‘रेलवे ट्रैक की संरक्षा और सुरक्षा’विषय पर आयोजित सेमिनार में रेलवे बोर्ड की नीतियों पर जमकर प्रहार किया. चक्रधरपुर स्टेशन के समीप सभागार में बुधवार 8 अगस्त को आयोजित सेमिनार में आरकेटीए के राष्ट्रीय महामंत्री जी गणेश्वर राव ने ट्रैकमेनों की वर्तमान दशा के लिए रेलवे के दोनों मान्यता प्राप्त लेबर फेडरेशन को जिम्मेदार करार दिया. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि भारतीय रेल पर कार्यरत सभी ट्रैकमैनों को स्वयं अपनी एक अलग पहचान बनाकर एक नए रास्ते की ओर बढ़े ताकि वर्षों से लंबित हमारी जायज मांगो को लेकर रेलवे बोर्ड से बात की जा सके.
श्री राव ने कहा कि ट्रैकमेंटेनर अपनी जान को जोखिम में डालकर रेलवे की सेफ्टी सुनिश्चित कर रहे है बावजूद रेलवे बोर्ड अब तक उनकी मांगों को गंभीर नहीं ले रहा है. श्री राव ने कहा कि भारतीय रेल के सभी जोनों में एक साथ दो ट्रैकमैनों से नाईट ड्यूटी पेट्रोलिंग का नियम कड़ाई से लागू किया जाए, अन्य विभागों की तरह सीनियर टेक्निशियन का पद सृजन कर 4200 ग्रेड-पे में प्रमोशन दिया जाए, सभी ग्रेड-पे रेलकर्मी को लारजेस का लाभ दिया जाए, एलडीसीई को सभी के लिए खोला जाए, ट्रैकमैनों से भी भोजन अवकाश सहित आठ घंटे की ही ड्यूटी ली जाए, ट्रैकमैनों के वर्किंग टूल्स को हल्का और तकनीकी किया जाये. सेमिनार को आरकेटीए के संस्थापक अध्यक्ष वी रवि सहित सभी जोन एवं मंडलों के प्रतिनिधियों ने भी संबोधित किया.
इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि रेलवे बोर्ड की यात्री सुविधा समिति के सदस्य डॉ अशोक त्रिपाठी और सामाजिक न्याय एवं महिला सशक्तिकरण मंत्रालय की समिति के सदस्य राधेश्याम शर्मा भी उपस्थित थे. डॉ त्रिपाठी ने ट्रैकमैनों की मांगों को रेलवे बोर्ड स्तर पर उठाने और सक्षम अधिकारियों के समक्ष बात रखने का आश्वासन दिया. इससे पूर्व ट्रैकमैनों ने अपनी मांगों के समर्थन और डॉ त्रिपाठी के स्वागत में नारेबाजी और गाजे-बाजों के साथ प्रभात-फेरी निकाली. इस मौके पर पूर्व तट रेलवे के तपन बारीक, पूर्व मध्य रेलवे के राजेश कुमार, मध्य रेलवे के रमाशंकर, दक्षिण पूर्व रेलवे के एन. एन. चटर्जी, दिलिप कुमार राय सहित बड़ी संख्या में ट्रैकमैन उपस्तिथ थे.