- रेलहंट ने ”रेलवे एलडीसीई 30% परीक्षा के प्रश्नपत्र में बड़ा खेल !, सभी सवालों के जबाव का नंबर एक, साफ्टवेयर चूक या गोलमाल”’ शीर्षक से खबर को गंभीरता से उठाया था
NEW DELHI/PATNA. रेलवे बोर्ड ने 04 अगस्त 2024 को एलडीसीई 30% (स्पेशल ड्राइव) के तहत सभी जोन में आयोजित ACM और AEE की प्रमोशनल परीक्षा को रद्द कर दिया है. इसका आदेश शुक्रवार 6 सितंबर 2024 को जारी किया गया. परीक्षा में निश्चित पैटर्न पर सेट किए उत्तर क्रमांक को लेकर उठाये गये सवाल और बड़े स्तर पर गड़बड़ी की बात सामने आने पर यह कदम उठाया गया है. इस परीक्षा रद्द होना NAIR (नेशनल एकेडमी ऑफ इंडियन रेलवे ) को बड़ा झटका बताया जा रहा है. पूरे देश में इस परीक्षा का आयोजन NAIR ने किया था. रद्द ACM और AEE की प्रमोशनल परीक्षा फिर से होगी आयोजित की जायेगी जिसमें अभ्यार्थियों को दोबारा शामिल होने का मौका दिया जायेगा. RTI कार्यकर्ता रंजीत कुमार मिश्रा ने परीक्षा आयोजन में धांधली पर सवाल उठाते हुए पूरे मामले को रेलवे बोर्ड तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभायी थी. मामले को रेलहंट ने भी ”रेलवे एलडीसीई 30% परीक्षा के प्रश्नपत्र में बड़ा खेल !, सभी सवालों के जबाव का नंबर एक, साफ्टवेयर चूक या गोलमाल” हेडिंग के साथ गंभीरता से उठाया था.
परीक्षा रद्द करने का आदेश
परीक्षा के वैकल्पिक उत्तर के पैटर्न पर उठे थे सवाल
नेशनल एकेडमी ऑफ इंडियन रेलवे (NAIR) बड़ौदा द्वारा 4 अगस्त को सभी जोन में एलडीसीई 30% कोटा के तहत ग्रुप सी से ग्रुप बी में पदोन्नति हेतु परीक्षा का आयोजन किया गया था. परीक्षा सहायक विधुत अभियंता, सहायक वित्त प्रबंधक, सहायक वाणिज्य प्रबंधक, सहायक परिचालन प्रबंधक, सहायक मंडल अभियंता इत्यादि पदों के लिए थी. पूर्व में मिलने वाली धांधली की शिकायतों के बाद इस बार परीक्षा संचालन की जिम्मेदारी नेशनल एकेडमी ऑफ इंडियन रेलवे (NAIR) बड़ौदा को सौंपी गयी थी. लेकिन धंधेबाजाें ने इस धांधली के लिए प्रश्न पत्र लीक करने की जगह उत्तर पैर्टन को ही लीक कर रेलवे बोर्ड के पारदर्शिता अपनाने के सभी दावों की ही हवा निकाल दी थी. अब यह बड़ा सवाल उठ खड़ा हुआ है कि इतने बड़े गोलमाल में कौन लोग शामिल थे? इन लोगों पर रेलवे क्या कार्रवाई कर रहा है?
NAIR के प्रतिष्ठा सवालों के घेरे में, ऐसे की गयी थी धांधली,
परीक्षा के बाद अभ्यार्थियों ने वैकल्पिक उत्तर प्रणाली में सेट किए गए प्रश्नों के जवाब के एक निश्चित पैटर्न पर होने का आरोप लगाया था. इसमें बताया गया कि सभी प्रश्नों केउत्तर को एक निश्चित पैटर्न में सेट किया गया था. सभी के प्रथम विकल्प को सही उत्तर बनाया गया था. ऐसे में जिन अभ्यर्थियों को उत्तर पैटर्न की जानकारी थी उन्होंने 150 में 149 से लेकर 150 तक अंक हासिल कर लिया है. जाहिर सी बात है कि यह खेल बड़े स्तर पर खेला गया और प्रश्न पत्र लीक करने की जगह धंधेबाजों ने नयी प्रणाली ही विकसित कर ली थी. मतलब इस खेल में बड़ा लेन-देन हुआ होगा.
परीक्षा रद्द करने के बाद अहम सवाल, साजिश के पीछे कौन !
रेलवे बोर्ड द्वारा 4 अगस्त को एलडीसीई 30% कोटा के तहत ACM और AEE की प्रमोशनल परीक्षा रद्द किये जाने के बाद यह तो स्पष्ट हो गया है कि प्रश्न पत्र की सेटिंग में बड़ा खेल हुआ है. सवाल यह उठता है कि रेलवे के इतने बड़े पारदर्शी सिस्टम में किसने सेंध लगायी ? इस खेल का मास्टर माइंड कौन है? रेलवे बोर्ड को इस तथ्य का पता लगाकर जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई किये जाने की आवश्यकता है. रेलवे की प्रतिष्ठित एजेंसी नेशनल एकेडमी ऑफ इंडियन रेलवे (NAIR) बड़ौदा का पूरा सिस्टम इस परीक्षा आयोजन को लेकर सवालों के घेरे में है.
मामले की सीबीआई जांच करने की उठने लगी थी मांग
रेलवे के सभी जोन में एक साथ आयोजित इस परीक्षा में गोलमाल पर सीबीआई जांच की जरूरत महसूस होने लगी है. यह खेल जिस स्तर पर खेला गया है तो उसका अंदाजा लगाना कठित है. ना प्रश्न पत्र आउट करने का झमेला और ना ही प्रश्न पत्र हल करने के लिए स्काॅलर का इंतजाम. सिर्फ दाम लेकर उत्तर पुस्तिका में विकल्प की दे दी जानकारी, और हो गया बड़ा खेल ! साल भर परीक्षा के लिए तैयारी करने वालों को इस तरह बड़ा झटका लगा है. अभ्यर्थियों ने भी नेशनल एकेडमी ऑफ इंडियन रेलवे के साथ रेलवे बोर्ड चेयरमैन, रेल मंत्री महोदय को शिकायत भेजकर प्रश्नपत्र व उत्तर विकल्प पर सवाल खड़े किये थे.इसके साथ ही फिर से परीक्षा आयोजित करने का अनुरोध किया है. इसके बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया.