- बम से ध्वस्त हो सकता था हेंदेगिर स्टेशन भवन
रांची से नूतन. पूर्व मध्य रेलवे के धनबाद रेल मंडल अंतर्गत बरकाकाना-गढ़वा सेक्शन के हेंदेगीर स्टेशन में शनिवार रात पीएलएफआई उग्रवादियों ने बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयार की थी. पांच-छह की संख्या में आये हथियारबंद उग्रवादियों ने स्टेशन मास्टर राजीव कुमार और पोर्टर संतोष कुमार का अपहरण कर लिया़ और पटरी के पास विस्फोटक रखकर उसे उड़ाने का प्रयास किया. घटना शनिवार रात 1.45 बजे की है. हालांकि अपहरण के कुछ घंटों के बाद ही स्टेशन मास्टर और पोर्टर को रातू में छोड़ दिया. स्टेशन मास्टर के बयान पर बरकाकाना रेल थाना में मामला दर्ज किया गया है. बम की सूचना के बाद बीडीएस की टीम ने दोनों बम को समय रहते डिफ्यूज कर दिया.
उग्रवादियों की हरकत के बाद बरकाकाना-गढ़वा सेक्शन पर घंटों परिचालन ठप रहा. स्टेशन मास्टर व पोर्टर की वापसी के बाद सुबह लगभग छह बजे से ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो सकी. नई दिल्ली-रांची राजधानी भी इस दौरान करीब आधे घंटे तक हेंदेगीर स्टेशन के पास खड़ी रही. पीएलएफआई ने हस्तलिखित पर्चा फेंक कर बचरा साइडिंग, राय आरसीएम साइडिंग, खलारी कोयला साइडिंग और हजारीबाग की कटकमसांडी साइडिंग का काम बंद करने की चेतावनी दी है. बताया जाता है कि पीएलएफआई उग्रवादी संगठन ने अपहरण के कुछ घंटे बाद ही पोर्टर संतोष कुमार को छोड़ दिया गया, जबकि स्टेशन मास्टर राजीव कुमार को रांची जिले के रातू थाना क्षेत्र के हुरहुरी के पास छोड़ दिया.
राजीव कुमार ने बताया कि वे रात 1.50 बजे इंटरसिटी एक्सप्रेस को पार कराने बाहर निकले, तो देखा कि आठ-दस लोग स्टेशन भवन के सामने बम लगा रहे हैं. विरोध करने पर नक्सलियों ने उन्हें पकड़ लिया. हाथ और आंखों पर पट्टी बांधकर अपने साथ ले गए. उन्होंने बताया कि सभी उग्रवादियों के पास छोटे हथियार थे. सभी स्वयं को पीएलएफआई का उग्रवादी बता रहे थे. इसी दौरान उग्रवादियों ने हस्तलिखित पर्चा भी छोड़ा था.हेंदेगीर रेलवे स्टेशन और रेलवे ट्रैक पर लगाए गए पांच-पांच किलो के शक्तिशाली बम से पूरा स्टेशन भवन ध्वस्त हो सकता था. बम डिफ्यूज करनेवाले पुलिस अधिकारी ने बताया कि विस्फोट होते ही स्टेशन भवन के परखच्चे उड़ सकते थे.
ग्रवादियों द्वारा छोड़े गए स्टेशन मास्टर राजीव कुमार और पोर्टर संतोष कुमार से वरीय पुलिस अधिकारियों ने काफी देर तक पूछताछ की. पुलिस अधिकारियों में रांची के ग्रामीण एसपी आशुतोष शेखर, खलारी डीएसपी पुरुषोत्तम कुमार सिंह, हजारीबाग एएसपी रमेश कुमार, बड़कागांव एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह, आरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट दीवान शुक्ल, सीआरपीएफ 22 बटालियन के असिस्टेंट कमांडेंट हरीश सल्हान, केरेडारी थाना प्रभारी बमबम कुमार सिंह शामिल हैं.