- चक्रधरपुर मंडल में पत्रकार वार्ता कर मंडल संयोजन शशि मिश्रा ने विरोधियों को दिया जबाव
JAMSHEDPUR. दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस कांग्रेस में चल रहे आंदरुनी विवाद में ‘मिश्रा गुट’ को बड़ी सफलता हाथ आयी है. हावड़ा कोर्ट के सिविल जज (जूनियर डिवीजन ) ने दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस कांग्रेस के सात केंद्रीय पदाधिकारी पी के सिन्हा, आर के सिंह, शशि रंजन मिश्रा, आर एन चटर्जी, अजय नाथ, आर के मिश्रा एवं रतन पांडा पर के कार्य करने पर लगी रोक को हटा लिया है. इसके साथ ही कोर्ट ने प्रधान मुख्य कार्मिक अधिकारी के कार्यालय को सातों केंद्रीय पदाधिकारी के विरुद्ध जारी निर्देशों को भी तत्काल प्रभाव से वापस लेने निर्देश जारी किया है.
नेशनल फेडरेशन ऑफ़ इंडियन रेलवेमैन के जोनल सचिव व दक्षिण पर रेलवे मेंस कांग्रेस के महासचिव सह चक्रधरपुर मंडल के मंडल संयोजक शशि मिश्रा ने चक्रधरपुर शाखा कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी. शशि मिश्रा ने बताया कि हावड़ा सिविल कोर्ट ने 9 अप्रैल 2024 को वाद संख्या 494/24 की सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया. कोर्ट ने प्रधान मुख्य कार्मिक अधिकारी एवं दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस कांग्रेस के अतिरिक्त संयुक्त महासचिव नित्या लाल कुमार को यह भी निर्देशित किया है कि वह रेलवे मेंस कांग्रेस के संविधान के तहत संचालित रोजमर्राया के कामों में दखलअंदाजी ना करें.
शशि मिश्रा ने बताया कि नित्य लाल कुमार रांची रेल मंडल को प्रतिनिधित्व करते हैं और वर्ष 2022 और 2023 में वहीं की सदस्यता प्राप्त नहीं किया जिसके फलस्वरुप रांची रेल मंडल में दो वर्षों में कोई भी रेलकर्मी मेंस कांग्रेस का सदस्य नहीं बन पाया. शशि मिश्रा ने बताया कि न्यायालय के इस महत्वपूर्ण फैसले के बाद सभी केंद्रीय पदाधिकारी पूर्व के भांति संगठन में अपना भागीदारी निभाने एवं जोन के सभी 48 शाखाओं के बिना किसी रूकावट के रेलकर्मियों की समस्याओं को प्रशासन के साथ विभिन्न स्तरों के मीटिंग में शामिल होकर उसका समाधान निकालने का रास्ता साफ हो गया है.
शशि मिश्रा ने पत्रकार वार्ता में कहा कि संगठन में शामिल मुट्ठी भर विरोधी जोनल मुख्यालय के कार्मिक विभाग से मिलकर गुपचुप तरीके से मेंस कांग्रेस में सत्ता परिवर्तन का प्लान बना रहे थे वह नाकाम रहा है. इन लोगों की हरकतों के कारण ही पिछले एक साल से कर्मचारियों की समस्याओं को उचित प्लेटफार्म पर नहीं उठाया जा पा रहा था. अब सभी कार्य फिर से शुरू कर दिये जायेंगे.
खड़गपुर में मेंस कांग्रेस के नाम से प्रेस से बात करने वाले संगठन के सदस्य नहीं : शशि मिश्रा
दक्षिण पर रेलवे मेंस कांग्रेस के महासचिव सह चक्रधरपुर मंडल के संयोजक शशि मिश्रा ने मंगलवार 22 अप्रैल 2024 को जारी बयान में बताया कि बीते दिनों खड़गपुर में मेंस कांग्रेस के नाम पर पत्रकार वार्ता कर कुछ लोगों ने संगठन की गतिविधियों पर टिप्पणी की थी. उन्होंने बताया कि इस वार्ता में शामिल कोई भी नेता सेंट्रल ऑडिट के अनुसार मेंस कांग्रेस का प्राथमिक सदस्य तक नहीं है.
उन्होंने कहा कि प्रेस वार्ता में शिवरंजन मिश्रा व शशि रंजन मिश्रा पर आरोप लगाने वाला रंजीत बहादुरी खुद भ्रष्टाचार में शामिल है. उनके खिलाफ रेलवे में नौकरी लगाने के लिए लाखों रुपये का लेन-देन के आरोप हैं और FIR तक दर्ज है. वहीं गोरख यादव भी करप्शन के आरोप में जमानत पर हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सुब्रतो दे ने अपने कार्यकाल मे अनारा मे अवैध भवन बना कर प्राइवेट स्कूल का संचालन कर रहा जिसे रेल प्रशासन ने सील किया था. शशि मिश्रा ने कहा कि कोई भी कार्यकर्ता जो सच्चे भावना के साथ संगठन में काम करना चाहता है दलगत राजनीति से ऊपर उठकर मेंस कांग्रेस के मुख्य धारा से जुड़े और तन-मन-धन से कर्मचारी हित में काम करें, उसे उसका मेहनतना अवश्य मिलेगा.
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