- भारतीय रेलवे में पुरानी पेंशन के संघर्ष को देंगे धार, चलाया जायेगा एक विशेष अभियान
रेलहंट ब्यूरो, नई दिल्ली
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा (NOPRUF) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीपी सिंह रावत तथा राष्ट्रीय महासचिव सचिव प्रदीप सरल ने पुरानी पेंशन बहाली के आंदोलन को रेलवे में धार देने की कमान इंडियन रेलवे एसएडंटी मैन्टेनर्स यूनियन (IRSTMU) के राष्ट्रीय महासचिव आलोक चंद्र प्रकाश को सौंपी है. उन्हें भारतीय रेलवे का राष्ट्रीय संयोजक नियुक्त किया है. राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली सयुक्त मोर्चा का गठन पुरानी पेंशन बहाल कराने के मिशन को लेकर देश के सभी संगठनों के साथ मिलकर काम करना है. मोर्चा का गठन 15 सितम्बर 2019 को एनडी तिवारी भवन नई दिल्ली में किया गया.
जल्द ही रेलवे में कर्मचारियों को पुरानी पेंशन के प्रति जागरूक बनाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा. रेलवे में कुछ मान्यता प्राप्त यूनियन के रिटायर्ड नेताओं ने रेल प्रशासन के साथ मिलकर हमारे पेंशन का सौदा पूंजीपतियों के हाथों कर दिया और खुद एनपीएस फंड के ट्रस्टी बन गए हैं.
आलोक चंद्र प्रकाश, राष्ट्रीय संयोजक, NOPRUF
मोर्चा नेताओं की मुखर आवाज है कि एक तरफ सांसद, विधायको को पुरानी पेंशन दी जा रही है तो दूसरी ओर सरकारी कर्मचारी जो अपने जीवन के 35-30 वर्ष देश की सेवा करने के बाद एनपीएस दिया जाता है. यह न कर्मचारी हित में है और नहीं देश हित में. एनपीएस सिर्फ कर्मचारियों के साथ धोखा है, जिसका मुखर होकर विरोध मोर्चा कर रहा. इसमें देश के 60 लाख एनपीएस कर्मचारी, रेलवे कर्मी, शिक्षक, अधिकारी, पुलिस कर्मी, सफाई कर्मी, बैंक कर्मी, पैरा मिलिट्री के जवानों के बुढ़ापे का सहारा पुरानी पेंशन बहाली के लिए राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली सयुक्त मोर्चा NOPRUF लगातार प्रयासरत हैं. आलोक चंद्र प्रकाश ने पिछले वर्ष नवम्बर 2019 शहीदी चौक, नई दिल्ली में लगातार पांच दिनों तक पुरानी पेंशन बहाली के लिए पेंशन सत्याग्रह किया था. इसके अलावा उन्होंने लगातार देश के 28 स्टेशनों पर लगातार हर रोज पेंशन सत्याग्रह किया तथा रेल कर्मचारियों को पुरानी पेंशन के लिए जागरूक किया था.
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली सयुक्त मोर्चा की ओर से भारतीय रेलवे के राष्ट्रीय संयोजक बनाए जाने पर आलोक चंद्र प्रकाश जी ने रेल हंट को बताया कि भारतीय रेलवे में पुरानी पेंशन के संघर्ष को और तेज करेंगे तथा नई मिली जवाबदारी को पूरी ईमानदारी से सफल करेंगे. उन्होंने बताया कि बहुत ही जल्द पूरे भारतीय रेलवे में कर्माचारियों को पुरानी पेंशन के प्रति जागरूक बनाने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जाएगा. रेल हंट से विशेष बातचीत में उन्होंने बताया कि पुरानी पेंशन बहाली के लिए वे किसी भी प्रकार की कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं. भारतीय रेलवे में कुछ मान्यताप्राप्त यूनियन के रिटायर्ड नेताओं ने रेल प्रशासन पर गलतढ़ग से दबाव बनाकर हमारे पेंशन का सौदा पूंजीपतियों के हाथों कर दिया और खुद एनपीएस फंड के ट्रस्टी बन गए.