ALIGARH. अलीगढ़ के रेलवे स्टेशन पर महिला प्रताड़ना के आरोपों के घेरे में आये वाणिज्यिक अधिकारी (CMI) पर कार्रवाई की मांग को लेकर उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ के बाद करणी सेना भी आगे आयी है. रेलवे की आंतरिक परिवाद समिति (बिशाखा) ने जांच रिपोर्ट के आधार पर आरोपी CMI के तबादले की अनुंशसा की है. हालांकि अब तक आरोपी का तबादला नहीं किया गया है. इसे लेकर शुक्रवार को करणी सेना, क्षेत्रिय महासभा और भारतीय मजदूर संघ ने अलीगढ़ में सीनियर डीसीएम, प्रयागराज का पुतला दहन किया.
भारतीय मजदूर संघ के रेलवे स्टेशन मधुपुरा में आयोजित पत्रकार वार्ता में करणी सेना के पदाधिकारियों ने बताया कि सीएमआई संजय शुक्ला के विरुद्ध जांच में सच्चाई सामने आने के बाद कठोर कार्यवाही की अनुशंसा की गयी है लेकिन रेल प्रशासन आरोपित कर्मचारी पर कार्रवाई नहीं कर रहा है. आरोपित कर्मचारी NCRES का शाखा मंत्री और केन्द्रीय कार्य समिति का सदस्य है. 8 नवंबर 2022 को शाम करीब साढ़े आठ बजे वाणिज्यिक अधिकारी ने अपने कार्यालय में महिला कर्मी के साथ दुर्व्यवहार किया था.
घटना की शिकायत पीड़िता ने पुलिस और रेलवे के बड़े अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद मामला 6 नवंबर 2023 को आंतरिक परिवाद समिति के पास पहुंच गया. समिति ने मामले की जांच शुरू की तो इस प्रकार के और भी मामले सामने आए. इसके बाद बिशाखा कमेटी ने कई अनुशंसा के साथ कड़ी टिप्पणी की थी.
CMI पर कार्रवाई की मांग को लेकर उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ के संयुक्त मंत्री रुपम पांडेय ने भी प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधन प्रयागराज को पत्र लिखकर आपत्ति दर्ज करायी थी. इसके बाद शुक्रवार को विभिन्न संगठनों ने दोषी CMI पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए प्रयागराज सीनियर डीसीएम का पुतला दहन किया. इस मामले को रेलवे बोर्ड को भी भेजा गया है. पत्रकार वार्त्ता में करणी सेना के रा०उपा० मुकेश राघव, जिलाध्यक्ष धीरु ठाकुर, उपाध्यक्ष पुत्तन ठाकुर, जिलामंत्री हरिओम शर्मा, उपाध्यक्ष लवली चौहान, ऋषी अग्रवाल, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के अनिल कुमार, रविप्रताप, चमन राघव, ऋषीराज सिंह, वीरेन्द्र सिंह, भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश मंत्री देववर्मा, श्रीमति मंदाकिनी शर्मा, कुश उपाध्याय, अनिल कुमार चौधरी, पंकज वामन, उन्दित भारद्वाजआदि शामिल थे.
महिलाओं की शिकायतें वापस कराने पर समिति ने जताई आपत्ति
यौन उत्पीड़न की जांच कर रही समिति के सामने रेलवे स्टेशन पर काम कर रही कई और महिलाओं की शिकायत का मामला भी सामने आया. समिति को जांच में पता चला कि कई और महिलाओं ने भी उत्पीड़न की शिकायत की थी, लेकिन उन्होंने कोई न कोई कारण दिखाते हुए शिकायतें वापस ले लीं. इस मामले को गंभीर मानते हुए समिति ने आपत्ति जताई है.
CMI के काउंसलिंग और तबादले की अनुशंसा
बिशाखा समिति ने CMI की काउंसलिंग कर रिपोर्ट देने को कहा था. सहकर्मियों विशेष रूप से महिलाओं के साथ व्यवहार की काउंसलिंग करने के अलावा हर छह माह में यह भी जांच कराने को कहा था कि रेलवे स्टेशन के विभागों में तैनात महिलाएं कितनी सुरक्षित हैं. वहीं अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर लंबे समय से तैनात CMI के स्थानांतरण की भी अनुशंसा की थी.