सुरक्षा उपायों की समीक्षा करने की महसूस हो रही है जरूरत
नई दिल्ली से सुमन केशव. पुलवामा हमले के बाद देश ने आंतरिक सुरक्षा के मोर्चे पर कमर कस ली है. आनन-फानन में अलर्ट जारी कर देशवासियों को सुरक्षा को लेकर सतर्क कर दिया गया तो एजेंसियों को सक्रिय करने की भी पहल की गयी. इसके बाद पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक के बाद देश भर में रेलवे स्टेशनों में सुरक्षा बढ़ा दी है. रेलवे ने तीन राज्यों में ट्रेनों के मूवमें को लेकर हाई अलर्ट किया है. खास तौर से जम्मू कश्मीर से आने वाली ट्रेनों में अलर्ट है. आरपीएफ ने सभी राज्यों को ट्रेन में ज्यादा चौकसी बरतने के निर्देश दिए हैं. आरपीएफ ने राज्यों और स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर सुरक्षा का पुख्ता बंदोबस्त करने का निर्देश दिया गया है. खुफिया एजेंसियों के मुताबिक इन हमलों की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को मिली है और जो अपने स्लीपर सेल के जरिए ट्रेनों में घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं. कुछ दिन पहले कानपुर में एक ट्रेन के वॉशरूम में कम क्षमता वाला बम ब्लास्ट किया गया था. हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ था. लेकिन इसके बाद सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों काफी सतर्क हो गयी थी.
स्टेशनों पर स्केनर मशीन लगायी गयी है तो वह या तो काम नहीं कर रही है या उसके संचालन और मोनिटरिंग को लेकर गंभीरता नहीं दिख रही है. स्टेशन के प्रवेश मार्ग पर मेटल डिटेक्टर जरूर कई स्टेशनों पर लगाये गये है लेकिन उनके उपयोग को लेकर भी जवान चौकस नहीं है या उपकरण बंद पड़े है.
सुरक्षा को लेकर जारी अलर्ट के बीच स्टेशनों पर जवानों को तो सक्रिय कर दिया गया है लेकिन संदिग्ध वस्तु व सामानों की निगरानी के तंत्र को लेकर हमे अपने सुरक्षा उपायों पर समीक्षा करने की भी जरूरत महसूस हो रही है. अलर्ट के बावजूद अधिकांश स्टेशनों और ट्रेनों में जांच के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है. संसाधन के मोर्चे पर भी सुरक्षा बल के जवान खाली है. स्टेशनों पर स्केनर मशीन लगायी गयी है तो वह या तो काम नहीं कर रही है या उसके संचालन और मोनिटरिंग को लेकर गंभीरता नहीं दिख रही है. स्टेशन के प्रवेश मार्ग पर मेटल डिटेक्टर जरूर कई स्टेशनों पर लगाये गये है लेकिन उनके उपयोग को लेकर भी जवान चौकस नहीं है या उपकरण बंद पड़े है. ऐसे में जवानों की सतर्कता और अलर्ट ही सुरक्षा की अहम गारंटी है.
रेलवे ने खासतौर से पश्चिम राज्यों में जाने वाली ट्रेनों के लिए अलर्ट जारी किए हैं. पश्चिमी रेलवे के चीफ पीआरओ रविन्द्र भाखड़ ने कहा, ‘सिक्यॉरिटी अलर्ट के मद्देनजर पश्चिमी रेलवे ने जीआरपी के कमिश्नर के साथ मीटिंग की और रेलवे परिसर के साथ ही ट्रेनों की सुरक्षा के लिए ऐक्शन लेने का निर्देश दे दिया गया है. सभी स्टेशनों को अलर्ट किया गया है और इसमें स्थानीय पुलिस से भी सहयोग करने को कहा गया है. रेलवे ने खासतौर से महाराष्ट्र, गुजरात और मध्यप्रदेश में अलर्ट किया है. खुफिया एजेंसियों को गुजरात से संभावित आतंकी हमले को लेकर खुफिया जानकारी मिली है. इसके साथ ही जम्मू जाने और आने वाली ट्रेनों में ज्यादा सतर्कता बरतने को कहा गया है.
खुफिया जानकारी के मुताबिक पुलवामा हमले के बाद आतंकी, रेलवे स्टेशनों, मंदिरों और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को निशाना बना सकते हैं. खुफिया सूचना के आधार पर रेलवे सुरक्षा बल ने लंबी दूरी की ट्रेनों में विशेष निगरानी रखने का निर्देश जारी कर दिया है. यही नहीं गुजरात की राज्य पुलिस से ऐसी खुफिया जानकारी मिली है कि सार्वजनिक स्थलों पर कई विस्फोट हो सकते हैं. जिसमें रेलवे स्टेशन, मंदिर और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी भी शामिल है.