खड़गपुर. दक्षिण पूर्व रेलवे मजदूर संघ के उपाध्यक्ष अजय कर कोरोना से अंतिम लड़ाई में हार गये और उन्होंने कोलकाता के मेडिका अस्तपताल में अंतिम सांस ली. इससे पहले उनकी पत्नी संक्रमित हुई थी और वो ठीक हो गयी. बाद में उनका पुत्र व सास भी संक्रमित हो गए थे. दक्षिण पूर्व रेलवे मजदूर संघ के खड़गपुर कारखाना के कारखाना सह-सचिव मनीष चंद्र झा ने बताया कि उनके पुत्र भी कोलकाता के अस्तपाल में भर्ती थे और वे स्वस्थ हो कर लौट आये, लेकिन अजय कर कोरोना की अंतिम लड़ाई नहीं जीत पाए.
अजय कर यूनियन के एक जूझारू नेता थे एवं कर्मचारियों के हितों के लिए सदैव तत्पर रहते थे. 60 वर्षीय अजय कर खड़गपुर डिवीजन के बिजली विभाग में सीनियर सेक्शन इंजीनियर के रूप में कार्यरत थे और गत मार्च के महीने में ही सेवानिवृत हुए थे. लेकिन अजय कर के अक्समात निधन से समस्त दक्षिण पूर्व रेलवे मजदूर संघ परिवार में शोक की लहर फैल गई.
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दक्षिण पूर्व रेलवे मजदूर संघ के महामंत्री, पवन कुमार ने कहा कि उनका निधन संगठन, कार्यकर्ता व व्यक्तिगत मेरे लिए भी एक बड़ी क्षति है। जोनल अध्यक्ष, प्रहलाद सिंह ने संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि यह संघ परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है. खड़गपुर के डिवीजनल समन्वयक हरिहर राव व डिवीजनल पदाधिकारीगण ओम प्रकाश यादव, बलवंत सिंह एवं साथ ही साथ खड़गपुर कारखाना के कारखाना सचिव पी. के. कुंडु, कारखाना सह-सचिव मनीष चंद्र झा, कारखाना सह-सचिव जयंत कुमार ने भी अपनी संवेदनाएं व्यक्त की.
खड़गपुर डिवीजन के बिजली शाखा के सचिव ब्रांच पवन श्रीवास्तव व अन्य पदाधिकारीगण भी इस क्षति से स्तब्ध है तथा सभी ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त की. अन्य शाखाओं के सचिवों व पदाधिकारीगणों ने भी अपनी-अपनी संवेदनाएं व्यक्त की. इस शोक की घड़ी में समस्त मजदूर संघ परिवार स्वर्गीय अजय कर के परिवार के साथ खड़ा है. मनीष चंद्र झा ने बताया कि 7 जून (सोमवार) सांय 5 बजे स्वर्गीय अजय कर की आत्मा की शांति हेतु दक्षिण पूर्व रेलवे मजदूर संघ के खड़गपुर के डिवीजनल कार्यालय में एक शोक सभा का आयोजन किया गया है.