DHANBAD. धनबाद -गोमो रेलखंड पर पोल गाड़े जाने के क्रम में हुई दुर्घटना में छह मजदूरों की मौत हो गयी थी. ये मजदूर रेलवे के ओवरहेड तार के संपर्क में आकर जिंदा जल गए. घटना के बाद रेल प्रशासन ने जांच के आदेश दिये है लेकिन इसके साथ ही सुरक्षा मामलों को लेकर लीपापाती भी शुरू हो गयी है. माकपा का राज्य सचिव मंडल प्रकाश विप्लव ने इसे रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) द्वारा सभी कार्य ठेकेदारों से कराए जाने का नतीजा बताया है. जारी बयान में उन्होंने कहा कि बिना शटडाउन लिए 25 हजार वोल्ट के तार के पास पोल लगाया जाना पूरी तरह रेल प्रबंधन और ठेकेदार की लापरवाही का परिणाम है क्योंकि वे काम करने वाले मजदूरों को इंसान मानते ही नहीं हैं.
माकपा के राज्य सचिव ने जारी बयान में बताया है कि भारतीय रेल की कथित ‘गति शक्ति योजना’ जिसमें ट्रेन की रफ्तार बढ़ाए जाने के लिए पोल गाड़े जाने का काम साइट – इंचार्ज और सुपरवाइजर की गैर मौजूदगी में किया जा रहा था. अब रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए सारा दोष काम करने वाली एजेंसी पर थोप रहें हैं जबकि इस काम की देख रेख की जिम्मेदारी रेलवे की है.
माकपा के राज्य सचिव ने दर्दनाक दुर्घटना में मौत के शिकार हुए मजदूरों के प्रति गहरा दुख व्यक्त करते हुए उनके परिवार के प्रति संवेदना जतायी है. उन्होंने कहा कि इस लापरवाही की जांच कर इस घटना के जिम्मेवार लोगों को अविलंब गिरफ्तार कर उन पर मुकदमा दर्ज किया जाए. साथ ही मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा और नौकरी दी जाए.