नई दिल्ली. सीबीआइ की जम्मू श्रीनगर शाखा ने 1000 एटी खाद की हेराफेरी के मामले में रेलवे की आउटसोर्स एजेंसी मनोज जी एंड कंपनी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है. 17 जनवरी को दर्ज प्राथमिकी में एजेंसी के संचालक राजेश ओबेराय सहित अन्य को आरोपी बनाया गया है. आरोप है कि रेलवे की आउटसोर्स एजेंसी ने अधिकारियों की मिलीभगत से करोड़ों रुपये की खाद की हेराफेरी की.अब इसकी जांच सीबीआई करेगी.
विभिन्न स्थानों से आने वाले जैविक खाद को लोडिंग प्वाइंट से गोदाम तक पहुंचाने का काम रेलवे ने आउटसोर्स एजेंसी मनोज जी एंड कंपनी को दिया है. बताया जा रहा है कि एजेंसी ने उत्तर रेलवे से लेकर बोर्ड के अधिकारियों को अंधेरे में रखकर श्रीनगर के किसानों एवं फल उत्पादकों तक समय पर फर्टिलाइजर की सप्लाई नहीं की. रेलवे ने अनियमितता के लिए एजेंसी का अनुबंध रद करने की कार्रवाई शुरू की तो रेलवे के खिलाफ कोर्ट चली गयी. इस तरह यह मामला टलता गया.
गुजरात के कांदला में इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर को आपरेटिव लिमिटेड द्वारा निर्मित खाद कश्मीर के उत्पादकों एवं किसानों तक पहुंचाने के लिए रेलवे से अनुबंध है. रेलवे खाद कांदला से ऊधमपुर तक पहुंचाती है. ऊधमपुर से यह खाद पॉइंट तक यह फर्टिलाइजर पहुंचाने एजेंसी मनोज जी एंड कंपनी पहुंचाती है. वित्तवर्ष 2017-18 में करीब 1000 मीट्रिक टन खाद गोदाम तक नहीं पहुंचाने की जांच सीबीआइ करेगी.
सभार रेल समाचार