- जमशेदपुर के होटल वेब इंटरनेशनल में चक्रधरपुर और रांची संसदीय मंडलीय समिति की बैठक आयोजित
- 19 में से 10 संसदों ने लिया हिस्सा, नयी ट्रेन सेवा, पुरानी ट्रेनों के ठहराव, विकास योजनाओं पर चर्चा
JAMSHEDPUR. दक्षिण पूर्व रेलवे (SOUTH EASTERN RAILWAY) के अंतर्गत चक्रधरपुर और रांची मंडलीय संसदीय समिति की बैठक में सोमवार को यात्री ट्रेनों की लेट-लतीफी से लेकर कोरोना काल में बंद किये गये ट्रेनों के ठहराव, नयी ट्रेनों के परिचालन से लेकर यात्री सुविधाओं का मुद्दा गंभीरता से उठाया गया. जमशेदपुर के होटल वेब इंटरनेशनल में आयोजित बैठक में समिति के 19 में 10 सदस्यों ने हिस्सा लिया. बैठक की अध्यक्षता जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो ने की जबकि इस मौके पर दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अनिल कुमार मिश्रा अपनी पूरी टीम के साथ मौजूद रहे.
बैठक में जीएम अनिल कुमार मिश्रा ने सांसदों का स्वागत किया और उनके सहयोग के लिए आभार जताते हुए चालू वित्तीय वर्ष के लिए माल और यात्री दोनों क्षेत्रों में रेलवे के प्रदर्शन की जानकारी दी. जीएम ने यात्री सुविधाओं के अलावा रेलवे द्वारा उपलब्ध करायी जा रही सेवाओं की भी जानकारी दी. जीएम ने संसदों को बताया कि यात्री सुविधाओं और रेलवे के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए उनका सुझावों सबसे ऊपर है. उनके सुझाव की समीक्षा की जाती है और उन्हें हर संभव पूरा करने का प्रयास रेलवे करती है.
इस मौके पर सांसदों ने नयी ट्रेन सेवा, पुरानी ट्रेनों के विभिन्न स्टेशनों पर ठहराव, रेलवे स्टेशनाें से लेकर कॉलोनियों में सफाई की बात उठायी. कहा कि रेलवे की परियोजनाओं को जल्द पूरा किया जाना चाहिए ताकि उनका लाभ आम यात्रियों को मिल सके. सांसदों की नाराजगी सबसे अधिक ट्रेनों में समय की पाबंदी को लेकर थी. उन्होंने जीएम से अनुरोध किया कि ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये ताकि ट्रेनों की पाबंदी समय पर हो. इसके अलावा सांसदों ने अपने-अपने क्षेत्र में नई लाइनों, रोड ओवरब्रिज, अंडरपास, ट्रेनों की आवृत्ति में वृद्धि, सेवा का विस्तार, स्टेशनों के उन्नयन आदि के निर्माण और पूरा होने को लेकर सुझाव दिये.
बैठक में उपस्थित सांसद
डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा, आदित्य प्रसाद, दीपक प्रकाश, जोबा माझी, ज्योतिर्मय सिंह महतो, सुखदेव भगत, काली चरण सिंह, काली चरण मुंडा, मनीष जायसवाल और टंकधर त्रिपाठी
उपस्थित पदाधिकारी
जीएम अनिल कुमार मिश्रा, डीआरएम चक्रधरपुर तरुण हुरिया, डीआरएम रांची जसमीत सिंह बिंद्रा के अलावा जोनल और डिवीजन प्रमुख उपस्थिति थे.