ROURKELA. राउरकेला रेलवे स्टेशन का पानी साफ नहीं है, इसे पीने पर आप बीमार भी हो सकते हो. ऐसा हम नहीं बल्कि स्टेशन के वाटर बूथ पर लगा रेलवे का दस्तावेज बता रहा है. राउरकेला रेलवे स्टेशन के चार और पांच नंबर प्लेटफार्म पर मौजूद आरओ प्लांट मशीन प्याऊ का करीब देढ़ महीने से सफाई नहीं हुई है. इस आरओ प्लांट मशीन पर रेलवे के द्वारा लिखी गई तारीख के अनुसार पिछले साल नवंबर 27 तारीख से पहले इस मशीन की सफाई होनी थी. लेकिन देढ़ महीने बीत जाने के बाबजूद भी रेलवे प्रशासन तथा स्टेशन के स्वास्थ अधिकारी इस मशीन की साफ सफाई करना जरूरी नहीं समझा.
राउरकेला जंक्शन पर प्रतिदिन 50 से अधिक ट्रेनों का ठहराव होता है व इन ट्रेनों में विभिन्न रूटों के 20 हजार से अधिक यात्री सफर करते हैं. इन यात्रियों के लिए भी स्टेशन का पानी कितना साफ है यह यहां लगा क्लीनिंग का टैग बता रहा. दिलचस्प बात यह है कि इस बूथ को लेकर रेल प्रशासन और रेल मंत्री से शिकायत की गयी है. इसमें यह दावा किया गया है कि बिना सफाई किये ही रेल प्रशासन की से यहां क्लीनिंग का टैग लगा दिया गया है. शिकायत करने वाले यात्री ने इसकी सीसीटीवी में जांच कराने की मांग की है.
अब सवाल यह उठाया जा रहा है कि इसी माह की चार जनवरी को चक्रधरपुर रेलमंडल के नए डीआरएम तरुण हुरिया ने राउरकेला में पहुंचते ही गंदगी को लेकर कड़ी नाराजगी जतायी थी. उन्होंने सफाई का हर मुमकीन ख्याल रखने का आदेश भी जिम्मेदार लोगों को दिया. इसके बावजूद यहां पेयजल की उपलब्धता और गुणवत्ता जांच के नाम पर खानापूर्ति का यह मामला सामने आ गया है. इस मामले में अब तक शिकायत पर रेल प्रशासन की ओर से कोई पहल नहीं की गयी है. ऐसे में यात्रियों को हर मुमकीन सुविधा उपलब्ध कराने का दावा करने वाला रेल प्रशासन ही सवालों के घेरे में है.