- ASC के स्पेशल की टीम को भी नहीं पता चला, क्या चल रहा है बंडामुंडा में !
ROURKELA : चक्रधरपुर रेलमंडल के बंडामुंडा में आरपीएफ (RPF) कोयले का कलंक नहीं धो पा रहा है. एक बार फिर से यहां चलती मालगाड़ी से कोयला गिराने की सूचना आ रही है. वायरल हो रही तस्वीर में रेलवे लाइन किनारे कोयला गिरा दिख रहा है. घटना शनिवार रात की बतायी जा रही है. हालांकि मीडिया से बातचीत में आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त एके सिंह ने ऐसी किसी घटना की सूचना से इंकार किया है. रेलवे लाइन किनारे से लगभग 700 किलो कोयला जब्त किया गया है.
अब सवाल यह है कि यह कोयला रेलवे ट्रैक पर कहां से आया. कोयला चोरों ने मालगाड़ी रैक से दरवाजा खोलकर गिराया या यह ओवरलोड स्थिति यह गिरा. अगर कोयला गिरा तो उसकी रिपोर्ट कहां-कहां की गयी? और अगर रिपोर्ट की गयी तो आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त को इसकी जानकारी क्यों नहीं है? सवाल एक बार फिर से गंभीर हो जाता है क्योंकि बंडामुंडा में कोयला का कालिख अब तक आरपीएफ के कई प्रभारियों को समय से पूर्व तबादला करा चुकी है.
चलिय एक बार हम याद दिलाते है कि 18 फरवरी 2020 को बंडामुंडा इंस्पेक्टर एमके सोना को इसी कोयला की चोरी पर लगाम नहीं लगा पाने के कारण गार्डेनरीच मुख्यालय अटैच कर दिया गया था जबकि एसआई, एएसआई, हेड कांस्टेबल व कांस्टेबल समेत पांच लोगों को आद्रा डिवीजन तबादला कर दिया गया था. उसी समय बतौर प्रभारी आरवीपी सिंह को बंडामुंडा का चार्ज दिया गया था. रेलहंट ने तभी इस बात की आशंका जतायी थी कि अब किसकी बारी ?
देर से ही सही हुआ वहीं और इंस्पेक्टर आरवीपी सिंह (रणविजय प्रताप सिंह) की बारी आ ही गयी और उन्हें दिसंबर 2022 में सहायक कमांडेंट राजीव उपाध्याय के आदेश पर डीआरसी चक्रधरपुर से अटैच कर दिया गया है. वहीं दूसरी ओर उनके स्पेशल जवानों में शामिल एके सिंह और राहुल यादव को सस्पेंड कर दिया गया है. प्रारंभिक सूचना यह है कि सहायक कमांडेंट ने बंडामुंडा यार्ड के पी केबिन के पास खड़ी मालगाड़ी से कोयला उतारते आरएस कॉलोनी निवासी दिनेश मुंडा को पकड़ा है. उसके पास से कोयला भी बरामद किया गया. इसके बाद यह कार्रवाई की गयी.
अब सवाल यह उठता है कि 2020 में इसी बंडामुंडा में कोयला चेारी के मामले में इंटरनल विजिलेंस ग्रुप (आईवीजी) की रिपोर्ट पर तत्कालीन RPF इंस्पेक्टर एमके सोना को अटैच किया गया. इसके बाद निशाना बने इंस्पेक्टर आरवीपी सिंह. इसके बाद भी कुछ इंस्पेक्टर आये तो बंडामुंडा में उनका कार्यकाल अल्प अवधि वाला रहा. वर्तमान में यहां आरपीएफ प्रभारी अरुण टोकस है जो घटना के समय अवकाश पर थे.
हालांकि पटरी पर गिरा कोयला चोर ले नहीं जा सके और आरपीएफ उसे जब्त कर पोस्ट ले आया. मामले की जांच चल रही है. यहां से 700 किलो कोयला जब्त किया गया है. सवाल यह उठ रहा है कि रेलवे ट्रैक पर कोयला गिराना चोरी की घटना है या फिर कोई बड़ी साजिश ?
यह जगजाहिर है कि बंडामुंडा और आदित्यपुर में मालगाड़ी रैक से धड़ल्ले से काेयला स्थानीय लोगों के समूह गिराते हैं और इसका वीडियो तक कई बार वायरल हो चुका है. ऐसे मामले में आदित्यपुर के आरपीएफ प्रभारी अशोक कुमार पांडे और कांड्रा में पोस्टेड रमेश तिवारी का निलंबन इन दिनों डिवीजन में चर्चा में है. बताया जाता है कि आरोपियों से संलिप्तता के कारण दोनों पर यह गाज गिरी.
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