- पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा (NOPRUF) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया निर्णय
नई दिल्ली. राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा (NOPRUF) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर देशव्यापी आंदोलन के तहत एक दिन के उपवास का आहवान किया है. 28 अगस्त शुक्रवार को वीडिओ कान्फ्रेंसिंग पर कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गयी इसका संचालन मिलिंद बिष्ट ने किया. देश भर के कर्मचारी संगठनों के अलग अलग प्रतिनिधियों के अलावा सभी राज्यों के प्रतिनिधि इस वीडिओ कान्फ्रेंसिंग में शामिल हुए.
NOPRUF के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी रावत ने देश के सभी 60 लाख NPS कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली की मांग के समर्थन में देश के सभी कर्मचारियों से 13 सितंबर, 2020 को पुरानी पेंशन बहाली के लिए एक दिन का पारिवारिक उपवास करने का आह्वान किया. इस देश व्यापी अभियान में रेल कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी, डाक्टर, नर्स, पैरा मिलिट्री के जवान, शिक्षक, पुलिस, सफाई कर्मी, रक्षा विभाग के कर्मचारी, इंक्म टैक्स के कर्मचारी, कस्टम विभाग के कर्मचारी,भविष्य निधि के कर्मचारी, सभी केन्द्रीय कर्मचारी, समेत सभी 28 राज्यों के सभी विभाग के कर्मचारी, तमाम परमानेन्ट तथा निवेदित कर्मचारी शामिल होंगे.
भारतीय रेल के प्रतिनिधि तथा NOPRUF के भारतीय रेलवे के राष्ट्रीय संयोजक आलोक चंद्र प्रकाश ने भारतीय रेलवे के सभी 13 लाख कर्मचारियों को पुरानी पेंशन की मांग के समर्थन में ही नहीं अपितु भारतीय रेलवे के निजीकरण के विरोध में भी 13 सितंबर, 2020 के इस पारिवारिक उपवास के कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की है.
#FAST4OPS मुहिम
देश भर के कर्मचारियों से अपील किया जा रहा है कि ट्वीटर पर #FAST4OPS नाम से चलाये जा रहे मुहिम के समर्थन में दिनांक 13 सितंबर, 2020 को दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक इस ट्वीटर अभियान का भी हिस्सा बनें.
बनेगी प्राइवेट ट्रेन परिचालन के लिए ऑथोरिटी, आम ट्रेनों को खड़ी कर प्राइवेट ट्रेनों को दिया जाएगा रास्ता
जिस प्रकार भारतीय रेलवे के सबसे व्यस्त रूटों को इंगित कर उन पर प्राइवेट ट्रेनें चलाने की रणनीति तैयार की जा रही है वो संपूर्ण भारत की आम जनता के मौलिक अधिकारों पर कुठाराघात है. ना सिर्फ प्राइवेट पैसेंजर ट्रेन ही बल्कि प्राइवेट माल गाड़ियों को भी चलाने की योजना पर जोरशोर से काम चल रहा है. इसके लिए रेलवे प्राइवेट ट्रेन परिचालन के लिए एक प्राइवेट ट्रेन परिचालन ऑथिरीटी भी बनाने की तैयारी में जुटी है.
NOPRUF के संयोजक आलोक चंद्र प्रकाश ने सभी देशवासियों से इस पारिवारिक उपवास को सफल बनाने की अपील करते हुए कहा कि भारतीय रेलवे भारत की ना सिर्फ पहचान है बल्कि भारत की जीवन रेखा है इसके किसी प्रकार के निजीकरण से पूरे देश की आम जनता को भारी नुकसान पहुंचेगा. देश के मुट्ठीभर पूंजीपति भारत की आम जनता की भारतीय रेल पर नजर टिकाए खड़ें हैं. देश के चंद पूंजीपतियों की प्राइवेट ट्रेनों को चलाने के लिए देश की आम जनता की ट्रेनों को रास्ता देना होगा.
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि भारतीय रेलवे के मान्यताप्राप्त युनियनों के रिटायर्ड नेता जो खुद को मजदूरों के मसीहा बताते हैं चुपचाप तामशबीन बने हुए हैं. अतः हम सभी आम कर्मचारियों तथा देशवासियों को एक दिन का पारिवारिक उपवास कर ना सिर्फ पुरानी पेंशन बहाली ही बल्कि भारतीय रेलवे के निजीकरण को रोकने के लिए एक दिन का पारिवारिक उपवास कर भारत सरकार एवं सभी राज्य सरकार से शांतिपूर्ण निवेदन करना चाहिए.