तारकेश कुमार ओझा , खड़गपुर
आल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के निर्णय के आधार पर देश के 35000 स्टेशन मास्टर सामूहिक अवकाश पर रहेंगे. दिलीप कुमार, महासचिव द पू रेलवे स्टेशन मास्टर एसोसिएशन के मुताबिक ” सरकार के अनैतिक निर्णय के खिलाफ हमें यह कदम उठाना पड़ रहा है. हमें रात में काम करने के लिए रात्रि भत्ता दिया जाता रहा है. यह बहुत दिनों से मिलते आ रहा था जिसे वर्तमान की कर्मचारी विरोधी सरकार ने अक्टूबर, 2020 से बंद कर दिया है. हमलोग सरकार के आदेश के खिलाफ चरण बद्ध तरीके से हड़ताल पर हैं.
हमने काली पट्टी बांध कर काम किया, पूरे देश में डी आर एम आफिस के सामने प्रदर्शन किया, देश भर से रेल मंत्री को पोस्टकार्ड भेजकर विरोध दर्ज कराया, रात में मोमबत्ती जलाकर ड्यूटी किया, लेकिन ट्रेन को दौड़ाया. सरकार के उदासीन रवैया के कारण मजबूरी में यह कदम उठाना पड़ा है. निर्णय लिया गया है कि 31 May,2022 को स्टेशन मास्टर सामूहिक अवकाश पर रहेंगे. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि रात्रि भत्ता और रिक्त पदों को भरा जाए . लम्बे समय से स्टेशन मास्टर की भर्ती बंद है. जिसके कारण रेस्ट, छुट्टी नहीं मिल पा रही है.लोग बीमार हो रहे हैं.
हमें 01/01/2016 से MACP का लाभ दिया जाए. 4200/ ग्रेड पे 01/01/2016 से दिया गया लेकिन 5400/ का लाभ 16/02/2018 से दिया गया है. हमें सफ्टी / रिस्क एलांउश दिया जाए . कैडर को 2 के बदले 4 भागों में बांटा जाए. उन्होंने कहा कि इस सामूहिक अवकाश की सूचना जेनेरल मैनेजर को दे दी गई है. इससे पहले स्टेशन मास्टर एसोसिएशन ने हर स्तर पर रेलवे को मांग पत्र देकर अपनी मांगों से अवगत कराया. दक्षिण पूर्व रेलवे में जीएम अर्चना जोशी को भी मांग पत्र सौंपा गया था.