- रेलवे बोर्ड चेयरमैन ने सभी जोन को स्थान की पहचान कर बैरकों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का दिया निर्देश
- पहले चरण में 10 बैरक बनाये जायेंगे, कोलकाता व दानापुर में भी बनेंगे नये बैरक
नई दिल्ली. रेलवे रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) जवानों के लिए रेलवे बोर्ड 100 नये बैरक का निर्माण कराने पर सहमत हो गया है. सभी बैरक का निर्माण प्रमुख स्थानों पर किया जायेगा. रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्वनी लोहानी और आरपीएफ के महानिदेशक धर्मेंद्र कुमार के बीच यात्रियों और रेल संपत्तियों की सुरक्षा और सुरक्षा मुद्दों को लेकर आयोजित बैठक में यह सहमति बनी.
डीजी धमेंद्र कुमार ने आरपीएफ बैरकों की अनुपलब्धता के बारे में रेलवे बोर्ड चेयरमैन का अवगत कराते हुए रेलवे के सुरक्षित और बेहतर संचालन के लिए उनकी जरूरत बतायी. उन्होंने बैरकों को प्राथमिकता पर बनाया जाने का अनुरोध भी किया. इसके बाद लोहानी ने क्षेत्रीय रेलवे को स्थानों की पहचान करने और बैरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया है। आरपीएफ की ओर से 100 अतिरिक्त बैरकों की आवश्यकता डीजी ने बतायी थी. हालांकि पहले चरण में 10 स्थानों को सूचीबद्ध किया गया जहां बैरक का निर्माण कराया जायेगा.
वर्तमान में आरपीएफ और आरपीएसएफ कर्मियों की आवासीय सुविधाओं के लिए देश में 744 बैरक हैं जबकि रेलवे नेटवर्क में आरपीएफ के 740 पद और 527 चौकियां हैं. बैरकों को आमतौर पर रेलवे स्टेशनों के पास आसानी से पहुंच के लिए बनाया जाता है. पहले चरण में बनाये जाने वाले 10 बैरकों में पश्चिम बंगाल की नई जलपाईगुड़ी और कोलकाता टर्मिनल में सियालदाह, दिल्ली के किशनगंज, छत्तीसगढ़ में रायपुर और ओडिशा के रायगढ़ में एक स्टेशन के पास एक परिसर शामिल है. दानापुर में दो बैरल होंगे, एक महिला कर्मियों के लिए, और असम में लुमडिंग होगी. रेलवे बोर्ड चेयरमैन ने सुरक्षा कर्मियों के लिए पेयजल, शौचालय और वाहन जैसे बुनियादी सुविधाएं, उनके बैरकों और काम दोनों में सुधार की जानी के निर्देश दिया है.